Vision & Mission
Our Vision
जीवन दर्शन – शिक्षा का तात्पर्य जीवन के लक्ष्य को प्रभावित करना है। इसके लिए वह जीवन दर्शन से प्रभावित होती है। चूँकि उदेश्य का सम्बन्ध शिक्षा से है, इसलिए शिक्षा के उदेश्य भी किसी न किसी रूप में जीवन दर्शन से ही प्रभावित होते हैं तथा होते रहेंगे। यही कारण है कि जिस व्यक्ति का जीवन दर्शन आध्यात्मिक रूप से उन्नत रहा है उसने शिक्षा के चरित्रगठन तथा नैतिक उदेश्य पर बल दिया है। इसके विपरीत जिस व्यक्ति का जीवन दर्शन बाह्य जगत की पूर्णता रहा है उसने शिक्षा का उदेश्य जीवन को सुखी बनाना माना है। उदाहरण के रूप में हरबार्ट आदर्शवादी दर्शन का अनुयायी था। अत: उसके अनुसार शिक्षा का एकमात्र उद्देश्य है – नैतिकता। इसी प्रकार प्रकृतिवादी दार्शनिक हरबर्ट स्पेंसर का जीवन दर्शन बाह्य जगत की पूर्णता रहा है। अत: उसने बताया की शिक्षा का उदेश्य पूर्ण जीवन की तैयारी है। इस प्रकार हम देखते हैं कि शिक्षा के उद्देश्य जीवन दर्शन से प्रभावित होते हैं।
Our Mission
शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का सशक्त माध्यम है इसी बात को ध्यान में रखते हुए सत्र 2012 से इस विद्यालय की नींव पड़ी। यह विद्यालय अत्यंत पिछड़े क्षेत्र में स्थित है यहां के पिछड़ेपन को दूर करने में शिक्षा महत्वपूर्ण साधन बन सकती है शैक्षणिक उद्देश्यों की पूर्ति एवं क्षेत्र का विकास करने के लिए यह विद्यालय क्षेत्र की जनता को समर्पित है।